अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
आयुर्वेद क्या है?
एलोपैथी और होम्योपैथी से बहुत पहले आयुर्वेद नामक एक प्राचीन भारतीय विज्ञान आया, जो अपने इलाज के लिए पूरी तरह प्रकृति के उपहार पर निर्भर था। आयुर्वेद प्रकृति में प्रचुर मात्रा में उपलब्ध जड़ी-बूटियों, फलों और खनिजों के साथ उपचार का पारंपरिक, समय-परीक्षित विज्ञान है। यह दुनिया की सबसे पुरानी वैज्ञानिक चिकित्सा प्रणालियों में से एक है, जिसमें धन्वंतरि, सुश्रुत और चरक जैसे प्रसिद्ध आयुर्वेदिक ऋषियों की नैदानिक विशेषज्ञता का लंबा रिकॉर्ड है, जिनकी विरासत को वैद्यों या आयुर्वेदिक डॉक्टरों ने आगे बढ़ाया। "आयु" शब्द जन्म से मृत्यु तक जीवन के सभी पहलुओं को दर्शाता है। "वेद" शब्द का अर्थ है ज्ञान या सीखना। इसलिए आयुर्वेद एक ऐसे विज्ञान को इंगित करता है जिसके द्वारा जीवन को, उसकी समग्रता में, गहराई से समझा जाता है। सर्च वेलनेस में हम वैद्य परिवार द्वारा किए गए 150 वर्षों के श्रमसाध्य शोध पर भरोसा करते हैं
आयुर्वेद एलोपैथिक/आधुनिक चिकित्सा पद्धति से किस प्रकार भिन्न है?
आधुनिक चिकित्सा पद्धति रोगी की पीड़ा के मूल कारण को संबोधित करने के बजाय, अल्पकालिक लक्षणों का उपचार करती है। दूसरी ओर, आयुर्वेद प्रत्येक रोगी की विशिष्टता को संबोधित करके और प्रत्येक शरीर को बीमारी के मूल कारण से ठीक करने में मदद करके अपना विशेष योगदान देता है। इस प्रकार, आयुर्वेद आधुनिक चिकित्सा की तुलना में रोगी की पीड़ा के दीर्घकालिक समाधान पर विचार करता है।
डॉ. वैद्य क्या है?
नये युग का आयुर्वेद क्या है?
सर्च वेलनेस में हम आयुर्वेदिक उत्पादों के विपणन के तरीके में क्रांतिकारी बदलाव लाना चाहते हैं। हमारा लक्ष्य नए युग के उत्पाद बनाना है जो आयुर्वेद को आधुनिक उपभोक्ता के लिए आकर्षक और सुविधाजनक रूप में कूल, सेक्सी, मज़ेदार और आकांक्षी बनाते हैं। हमारा लक्ष्य इस पारंपरिक विज्ञान को एक आधुनिक मोड़ देना है।
योग एक प्राचीन भारतीय कला है जिसे पश्चिम ने अपनाया, आधुनिक रूप में पैक किया और अब, (योग मैट और योग परिधान के साथ) यह 36 बिलियन अमरीकी डॉलर का उद्योग है। हमारा मानना है कि आयुर्वेद इस मोड़ पर है और हमारी इच्छा नए युग के दृष्टिकोण के माध्यम से इस विज्ञान को वैश्विक स्तर पर विकसित करने में मदद करना है।
आयुर्वेद अन्य चिकित्सा प्रणालियों की तुलना में अद्वितीय क्यों है?
यह दुनिया की सबसे पुरानी वैज्ञानिक चिकित्सा प्रणालियों में से एक है, जिसमें आयुर्वेदिक ऋषियों और शास्त्रों के नैदानिक अनुभव का एक लंबा रिकॉर्ड है। दवा का एक रूप होने के अलावा, आयुर्वेद जीवन जीने का एक तरीका भी है जो हमें स्वस्थ मानव प्रणाली और दीर्घायु बनाए रखना सिखाता है। आयुर्वेद मनुष्य को एक “संपूर्ण” के रूप में मानता है – जो शरीर, मन और आत्मा का एक संयोजन है। इसलिए यह वास्तव में एक समग्र और एकीकृत चिकित्सा प्रणाली है।
सर्च वेलनेस किस प्रकार की बीमारियों का इलाज करता है?
आयुर्वेद शरीर को प्रभावित करने वाली अधिकांश बीमारियों के लिए बहुत कारगर साबित हुआ है, जिसमें त्वचा रोग, हड्डियों और जोड़ों की बीमारियाँ (जैसे गठिया आदि), मधुमेह और अन्य हार्मोन संबंधी बीमारियाँ, तंत्रिका तंत्र संबंधी विकार जैसे पक्षाघात, मिर्गी आदि शामिल हैं। यह कम होती जीवन शक्ति से संबंधित मामलों के उपचार में लोकप्रिय हो गया है। यह उन बीमारियों में भी मददगार है जो बार-बार होती हैं और लगातार बनी रहती हैं, और जिनका अन्य चिकित्सा प्रणालियों में कोई निश्चित उपचार नहीं है।
जैसा कि डॉ. नटूभाई वैद्य 360 डिग्री उपचार में विश्वास करते थे, सर्च वेलनेस में हम भाग्यशाली हैं कि हमारे पास ऐसे फॉर्मूलेशन हैं जो कई बीमारियों का इलाज करते हैं। हमारे पास गठिया, मधुमेह, अस्थमा, उच्च रक्तचाप, कोलेस्ट्रॉल, अपच, मोटापा, किडनी की समस्या, लीवर की सुरक्षा, प्रतिरक्षा, हेयर ऑयल, शैम्पू ट्रैंक्विलाइज़र, दर्द निवारक बाम, पुरुष कायाकल्प, एलर्जी, बवासीर आदि के लिए आयुर्वेदिक दवाएँ हैं।
आयुर्वेदिक औषधियों या फॉर्मूलेशन के स्रोत क्या हैं?
आयुर्वेद अपने औषधीय घटकों को प्रकृति के उपहार से प्राप्त करता है। सभी सर्च वेलनेस आयुर्वेदिक फॉर्मूलेशन प्राकृतिक, सुरक्षित हैं और इनका कोई साइड इफ़ेक्ट नहीं है।
आयुर्वेदिक दवाइयां कैसे तैयार की जाती हैं?
सर्च वेलनेस में हमारे पास अपनी खुद की उत्पादन सुविधा है जहाँ हम सभी फ़ॉर्म्यूलेशन तैयार करते हैं। हमारे सभी फ़ॉर्म्यूलेशन FDA द्वारा अनुमोदित हैं और हमारी सुविधा ISO 9001:2015 और GMP प्रमाणित है। इस प्रकार, हम उच्चतम गुणवत्ता मानकों का पालन करते हैं।
क्या आयुर्वेदिक दवाओं के कोई दुष्प्रभाव हैं?
सभी आयुर्वेदिक दवाएँ प्राकृतिक और सुरक्षित हैं और इनका कोई साइड इफ़ेक्ट नहीं है। इनका इस्तेमाल बच्चों के लिए भी किया जा सकता है। कुछ आयुर्वेदिक दवाओं के लिए डॉक्टर की सलाह की ज़रूरत होती है।
क्या आयुर्वेदिक औषधियाँ केवल दीर्घकालिक बीमारियों के लिए उपयोग की जाती हैं?
बहुत से लोग बीमारी के इलाज के लिए एलोपैथी की ओर रुख करते हैं। जब नतीजे नकारात्मक होते हैं, तो वे आयुर्वेद की ओर रुख करते हैं। इस समय तक बीमारी पुरानी हो जाती है। इसलिए एक गलत धारणा है कि आयुर्वेदिक दवाओं का इस्तेमाल सर्दी, खांसी, बुखार, एसिडिटी, दस्त और अन्य दर्द जैसी छोटी-मोटी बीमारियों के लिए नहीं किया जा सकता। सर्च वेलनेस में हमारे पास ऐसे फॉर्मूलेशन हैं जो ऐसी छोटी-मोटी, गैर-जीर्ण बीमारियों का भी इलाज करते हैं।